Indicators on shiv chalisa lyrics in bengali You Should Know

Wiki Article

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥

नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो । यहि अवसर मोहि आन उबारो ॥

शंकर हो संकट के नाशन । मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

shrishivchalisa.com participates in the Amazon Associates Associates Program, an affiliate promotion system intended to provide a means for sites to get paid commissions by linking to Amazon.

अर्थ- हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

Glory to Girija’s consort Shiva, who is compassionate to your destitute, who usually safeguards the saintly, the here moon on whose forehead sheds its beautiful lustre, As well as in whose ears are definitely the pendants on the cobra hood.

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

Report this wiki page